महत्वपूर्ण कार्य
राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण के मुख्य कार्य इस प्रकार हैं :
- राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण गंगा में प्रदूषण की समस्या को एक समग्र और व्यापक तरीके से परिचयन करने के लिए उत्तरदायी होगा। इसमें जल की गुणवत्ता, न्यूनतम पर्यावरणीय/पारिस्थितिक प्रवाह, दीर्घकालिक अभिगमन और नदी की पर्यावरणीय/पारिस्थितिकी और प्रबंधन से संबंधित अन्य मुद्दों को शामिल किया जाएगा।
- राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण, न केवल नियामक निकाय होगा बल्कि नदी संरक्षण गतिविधियों की योजना एवं निगरानी के मामले में भी विकासात्मक भूमिका रखेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि आवश्यक संसाधन उपलब्ध हों।
- एनआरजीबीए स्वीउकार्य सीमा तक गंगा नदी के जल स्तर की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए कार्य करेगा। बहुतायत प्रदूषित स्थाकन पर प्रदूषण कम करने संबंधी गतिविधियां राज्य में विद्यमान कार्यान्वित यंत्रों और विशेष प्रयोज्य वाहनों (एसपीवी) के माध्यम से की जाएंगी।
- राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण, जल का नियमित पृथक्की करण और जल संग्रहण परियोजनाओं को बढ़ावा दे कर गंगा नदी में न्यूनतम पर्यावरणीय/पारिस्थितिक प्रवाह सुनिश्चित करेगा।
- राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण गंगा और इसकी सहायक नदियों की सफाई के लिए कार्यक्रमों की योजना और निगरानी करेगा। इसके साथ ही, यह गंगा मुख्य धारा पर ध्यान केंद्रित करेगा।
- राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण तकनीकी-आर्थिक मुद्दों पर सलाह के लिए सरकार के भीतर और बाहर पेशेवर विशेषज्ञता तैयार करेगा।
- पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण को तकनीकी एवं प्रशासनिक सहयोग और तकनीकी-आर्थिक मुद्दों पर सलाह उपलब्ध कराई जाएगी।